2 items in this section. Displaying page 1 of 1
देखो लड़के बंदर आया। एक मदारी उसको लाया उसका है कुछ ढंग निराला। कानों में पहने है बाला फटे पुराने रंगबिरंगे। कपड़े हैं उसके बेढंगे मुंह डरावना आंखे छोटी। लंबी दुम थोड़ी सी मोटी भौंह कभी है वह मिटाता। आंखों को है कभी नचाता ऐसा कभी किलकिलाता है। मानो अभी काट खाता है दांतों को है कभी दिखाता। कूद फांद है कभी मचाता कभी घुड़कता है मुंह बाकर। सब लोगों को बहुत डराकर कभी छड़ी लेकर है चलता। कभी वह यों ही कभी मचलता...
चूं चूं चूं चूं चूहा बोले म्याऊं म्याऊं बिल्ली ती ती कीरा बोले झीं झीं झीं झीं झिल्ली किट किट किट बिस्तुइया बोले किर किर किर गिलहैरी तुन तुन तुन इकतारा बोले पी पी पी पिपहैरी टन टन टन टन घंटी बोले ठन ठन ठन्न रूपैया बछड़ा देखे बां बां बोले तेरी प्यारी गइया ठनक ठनक कर तबला बोले डिम डिम डिम डिम डौंडी टेढ़ी मेढ़ी बातें बोले बाबाजी की लौंडी From Ayodhya Singh Upadhyaya ‘Hariaudh’....
Source: https://www.pitara.com/authors/ayodhya-singh-upadhyay/
Pitara literally means ‘a chest full of surprises’. For 25 years (this website was started in 1998) we have been publishing original multi-cultural, multi-lingual and inclusive content to help kids explore, discover, learn, play, enjoy... All our content is copyright protected. If you wish to use our content ask us — some of the world's leading publishers regularly license our content.